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भा.प्रौ.सं.कानपुर

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर एवं उद्यमिता

भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के सहयोग से भा.प्रौ.सं.कानपुर ने प्रौद्योगिकी केंद्रित क्षेत्रों में नवाचार अनुसंधान एवं उद्यमशीलता के प्रयासों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सिडबी (SIDBI) नवाचार और इंक्यूबेशन केंद्र की स्थापना की।

भा.प्रौ.सं के साथ उद्यमिता

भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के सहयोग से भा.प्रौ.सं.कानपुर ने प्रौद्योगिकी केंद्रित क्षेत्रों में नवाचार अनुसंधान एवं उद्यमशीलता के प्रयासों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सिडबी (SIDBI) नवाचार और इंक्यूबेशन केंद्र की स्थापना की।

ज्ञान को पूंजी में बदलने की दृष्टि से सन् 2000 में स्थापित इस केंद्र का विज़न दो बुनियादी तत्वों पर टिका हुआ है।

  • उत्साही उद्यमियों की एक पीढ़ी तैयार करना
  • नवीन अनुसंधान को महत्वपूर्ण बौद्धिक संपदा में परिवर्तित करना



एसआईआईसी, भा.प्रौ.सं.कानपुर नवाचार, इंक्यूबेशन, उद्यमिता प्रौद्योगिकी हस्तांतरण एवं व्यवसायीकरण से संबंधित सभी पहलुओं हेतु एक प्रमुख केंद्र के रूप में कार्य करता है। अपनी स्थापना के बाद से एसआईआईसी (SIIC) ने 53 कंपनियों को सफलतापूर्वक नवाचार में मार्गदर्शन दिया है जिनमें से 26 ने पहले ही अपनी नवाचार संबंधी यात्रा पूरी कर ली है। इस उपलब्धि के सम्मान में एसआईआईसी (SIIC) को 2011 में प्रौद्योगिकी व्यवसायिक नवाचार हेतु प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।

नवाचार को बढ़ावा देने, मजबूत सहायता प्रणाली प्रदान करने एवं उद्यमिता को अपने पारिस्थितिकी तंत्र में एकीकृत करने हेतु संस्थान की प्रतिबद्धता के परिणामस्वरूप कई सफल स्टार्टअप का निर्माण हुआ है। उद्यमशील प्रतिभाओं को निरंतर निखारने के उद्देश्य से, भा.प्रौ.सं.कानपुर न केवल देश की आर्थिक वृद्धि में योगदान दे रहा है अपितु नवप्रवर्तकों एवं नौकरी देने वाली पीढ़ी को भी प्रेरित कर रहा है।