वर्ष 1959 में स्थापित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर, भारत सरकार द्वारा स्थापित संस्थान है। इसका मिशन प्रभावशाली शिक्षा देने, शीर्ष स्तरीय मौलिक अनुसंधान में संलग्न होने एवं तकनीकी नवप्रवर्तन में अग्रणी होने पर केंद्रित है।
संस्थान का परिचयसंस्थान उच्च गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान, विशिष्ट एवं प्रभावी शिक्षण तथा विभिन्न विषयों में ज्ञान सृजन में सार्थक योगदान को प्रोत्साहित करते हुए छात्रवृत्ति में उत्कृष्टता को बढ़ावा देता है, तथा संस्थानों एवं उद्यमशील संगठनों के नेतृत्वकर्ताओं को शिक्षित कर उच्च गुणवत्तापूर्ण प्रतिभा एवं महत्ता निर्माण के उनके प्रयासों में उनका सहयोग करता है।
इसमें पूर्व छात्रों, प्रमुख हितधारकों, निर्णय निर्धारकों तथा सरकार, व्यवसायों एवं गैर-सरकारी उद्यमों के नेतृत्वकर्ताओं के साथ निरंतर जुड़ाव के माध्यम से नीति एवं अभ्यास की दुनिया को प्रभावित करना शामिल है।
पूर्वस्नातक, स्नातक एवं स्नातकोत्तर छात्र
संकाय एवं कर्मचारी
विश्व भर में 120K+ पूर्व छात्र
परिसर क्षेत्र
प्रोफेसर अभय करंदीकर वर्तमान में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर में निदेशक के पद पर कार्यरत हैं। पूर्व में, वह भा.प्रौ.सं. बॉम्बे में विद्युत अभियांत्रिकी विभाग में डीन (फैकल्टी अफेयर्स) एवं इंस्टीट्यूट चेयर प्रोफेसर थे। उन्होंने अनेक अग्रणी प्रौद्योगिकियों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तथा संस्थान एवं राष्ट्रीय स्तर पर कई बड़े प्रयासों में अपना योगदान दिया है।
अधिक जानेंजानिए कैसे हम आकांक्षाओं एवं अवधारणाओं को मूर्त कार्यों एवं ठोस परिणामों में बदलते हैं।
भा.प्रौ.सं. कानपुर के कर्मचारी संस्थान की सफलता में महत्वपूर्ण योगदानकर्ता हैं एवं संस्थान की उपलब्धियों पर गौरवान्वित हैं।
अधिक जानेंभा.प्रौ.सं. कानपुर की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता एवं जीवंत खेल संस्कृति छात्रों को सर्वांगीण एवं समृद्ध शैक्षिक अनुभव प्रदान करती है।
अधिक जानेंप्राप्त पुरस्कार भा.प्रौ.सं. कानपुर संकाय के ज्ञान वृद्धि करने, नवप्रवर्तन को बढ़ावा देने एवं अपने क्षेत्र में भविष्य के नेतृत्वकर्ताओं को परामर्श देने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हैं।
अधिक जानेंहम ऐसा वातावरण बनाने का प्रयास करते हैं जो विविधता को महत्व देता है, समावेशी संस्कृति को बढ़ावा देता है एवं हमारे समुदाय के प्रत्येक सदस्य के लिए अपनत्व की गहन भावना स्थापित करता है।
भा.प्रौ.सं. कानपुर अपने सभी प्रयासों में उत्कृष्टता के उच्चतम मानकों को प्राप्त करने के लिए समर्पित है। उत्कृष्टता के प्रति यह प्रतिबद्धता शैक्षणिक कार्यक्रमों, अनुसंधान, संकाय एवं छात्रों को प्रदान किए जाने वाले समग्र शैक्षिक अनुभव पर लागू होती है।
संस्थान शैक्षणिक सत्यनिष्ठा, ईमानदारी एवं नैतिक आचरण पर बल देता है। यह शैक्षणिक समुदाय के सभी सदस्यों से शैक्षणिक शुचिता एवं व्यावसायिकता के उच्च मानकों का पालन करने की अपेक्षा करता है।
भा.प्रौ.सं. कानपुर नवप्रवर्तन की संस्कृति को बढ़ावा देता है तथा अपने छात्रों एवं संकाय के बीच रचनात्मक सोच, समस्या-समाधान तथा उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करता है। इसका उद्देश्य तकनीकी प्रगति एवं अनुसंधान में सबसे अग्रणी रहना है।
संस्थान अपने छात्र निकाय, संकाय एवं कर्मचारियों में यह मानते हुए विविधता को महत्व देता है कि विविध एवं समावेशी वातावरण सीखने एवं अनुसंधानिक परिणामों में वृद्धि करता है। भा.प्रौ.सं. कानपुर सभी के लिए समान अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
भा.प्रौ.सं.कानपुर अपने संकाय एवं कर्मचारियों के समग्र विकास हेतु अनुकूल वातावरण प्रदान करता है।
भा.प्रौ.सं.कानपुर अपने संकाय एवं कर्मचारियों के समग्र विकास हेतु अनुकूल वातावरण प्रदान करता है।
भा.प्रौ.स कानपुर में कानपुर इंडो-अमेरिकन कार्यक्रम की स्थापना वर्ष 1962 में वैश्विक समुदाय के साथ घनिष्ठ सहयोग को बढ़ावा देने तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के गतिशील क्षेत्रों से अवगत रहने के उद्देश्य से की गई थी। इस कार्यक्रम के तहत, वर्ष 1962-1972 के दौरान संस्थान को संयुक्त राज्य अमेरिका के नौ अग्रणी संस्थानों के समूहों से कानपुर इंडो-अमेरिकन कार्यक्रम से तकनीकी मदद प्राप्त हुई। संस्थानों की सूची निम्नलिखित है:
भा.प्रौ.सं. कानपुर के बढ़ते वैश्विक स्तर का श्रेय उसके प्रतिभाशाली पूर्व छात्रों को जाता है जिनकी असंख्य क्षेत्रों में शानदार उपलब्धियाँ हमें गौरवान्वित करती रहती हैं।
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