भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर भारत के प्रमुख प्रौद्योगिकी संस्थानों में से एक हैं। संस्थान प्रमुख रूप से अपनी अकादमिक उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है लेकिन छात्रों के मध्य खेल एवं शारीरिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहित करने में अग्रणी भूमिका निभाता है। संस्थान खेल, छात्रों के समग्र विकास, टीमवर्क, अनुशासन एवं स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण होते हैं।
भा.प्रौ.सं. कानपुर अपने छात्रों के लिए खेल सुविधाएं एवं इससे जुड़े अवसरों की विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध कराता है। संस्थान में एक सुसज्जित खेल परिसर है जिसमें विभिन्न बाह्य एवं आंतरिक खेल सुविधाएं शामिल हैं। इसमें क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, टेनिस, बैडमिंटन, स्क्वैश, टेबल टेनिस एवं अन्य खेलों के लिए समर्पित कई कोर्ट एवं मैदान हैं। छात्रों की फिटनेस एवं मनोरंजन हेतु खेल परिसर में एक व्यायामशाला एवं स्विमिंग पूल भी है।
भा.प्रौ.सं. कानपुर का वार्षिक खेल महोत्सव "उद्घोष" वर्ष के प्रत्येक अक्टूबर में आयोजित होता है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान "उद्घोष" भारत का सबसे बडा अंतर महाविद्यालय खेल आयोजन बनकर उभरा है। वर्ष के सबसे बहुप्रतीक्षित आयोजन में से एक के रूप में, यह युवाओं को एकत्रित होने, वार्तालाप करने एवं निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा में शामिल होने हेतु राष्ट्रीय मंच प्रदान करता है। इस कार्यक्रम में संपूर्ण भारत से 200 से अधिक महाविद्यालयों के मानविकी, अभियांत्रिकी, विज्ञान, वाणिज्य, कानून एवं चिकित्सा जैसे विभिन्न क्षेत्रों के लगभग 30,000 छात्रों को आमंत्रित किया जाता है।
भा.प्रौ.सं. कानपुर में खेल, प्रतिस्पर्धी आयोजन तक सीमित नहीं है अपितु संस्थान मनोरंजक खेलों के महत्व को पहचानता है एवं छात्रों को उनमें शामिल होने हेतु प्रोत्साहित करता है। क्लब एवं समूहों से छात्र अक्सर ट्रैकिंग, साइकिलिंग, योग, मार्शल आर्ट एवं साहसिक खेल जैसी गतिविधियों को सीखने में निपुण होते हैं। क्लब छात्रों को अपनी रूचि बढ़ाने, नए कौशल सीखने एवं समान विचारधारा वाले व्यक्तियों से जुड़ने का अवसर प्रदान करते हैं।
भा.प्रौ.सं. कानपुर में खेल, परिसरीय जीवन का अभिन्न अंग है, संस्थान शारीरिक कल्याण के महत्व के मद्देनजर शिक्षा एवं खेल के बीच एक स्वस्थ संतुलन को बढ़ावा देता है। अपनी उत्कृष्ट सुविधाओं, संगठित कार्यक्रम एवं सहायक वातावरण के माध्यम से भा.प्रौ.सं. कानपुर इस बात पर विशेष बल देता है कि छात्रों को खेलों में भाग लेने, अपनी प्रतिभा निखारने एवं जीवन पर्यंत स्मृति सृजित करने के पर्याप्त अवसर मिलें।